Tuesday, July 23, 2013

जन्म दिन

नये बरस की नयी सुबह
खुशियाँ ले कर आयी हैं 
उम्मीदें खुशहालीयों की 
हर पल में समाई हैं 

मखमलों की कोमलता से 
उसने मुझे जगाया था 
बेटी ने अपने हाथों से
गालों को सहलाया था 

शहद घुल गया कानों में 
उसके मुख से जब छूटा 
तुतलाता एक Happy Budday
प्यारा सा टूटा फूटा 

शर्माती आँखों के पीछे 
प्यार कहीं छुपायी थी 
पत्नी जी ने जब मुस्काते
दी हमको बधाई थी 

सच पूछें तो चाहत उनकी 
जैसे किशन की  राधा थी 
मेरे जनम दिवस की खुशियाँ
उनको मुझसे ज़्यादा थी 

माँ पिताजी भाई बहना 
सबका मुझको प्यार मिला 
मित्रों और सहेलियों का
स्नेह भी अपार मिला 

सच कहा था संतो ने जो 
अब हमने भी सीखा है 
ऐसी संपत्ति के आगे 
सोना चांदी फीका है 

No comments: